वो किताब देख रहा हूँ
उनमे कुछ शब्द
नहीं दीख पड़ते हैं
उनमे कुछ शब्द
नहीं दीख पड़ते हैं
कोई इन पन्नों को
पलट दो
मिटा क्यों नहीं देते हो
ये तहरीरें ये लकीरें
मिटा क्यों नहीं देते हो
ये तहरीरें ये लकीरें
ये तस्वीरें
जो तकलीफ देती हैं
कशमकश
जो तकलीफ देती हैं
कशमकश
जो जीने नहीं देती
ख्वाहिशें
जो मरने नहीं देती
ख्वाहिशें
जो मरने नहीं देती
ये तस्वीरें
जो तकलीफ देती हैं
मिटा क्यों नही देते हो
जो तकलीफ देती हैं
मिटा क्यों नही देते हो
ये तन्हाइयाँ
ये घुटन
ये कुंठित से
सुखन
कोई इन पन्नों को
पलट दो !!!!
© आलोक, २००९
Chaat Vaat Khaalo..!! Creative House
ये घुटन
ये कुंठित से
सुखन
कोई इन पन्नों को
पलट दो !!!!
© आलोक, २००९
Chaat Vaat Khaalo..!! Creative House

wah.... wah... kya likha hai, by the way ye likha kya hai???/
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